Sita Navami 2024 Date: कब है सीता नवमी? बन रहे हैं रवि और ध्रुव योग, जान लें पूजा मुहूर्त और महत्व

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हाइलाइट्स

16 मई गुरुवार के दिन सुबह में 06 बजकर 22 मिनट पर वैशाख शुक्ल नवमी तिथि शुरू होगी.सीता नवमी का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 56 मिनट से प्रारंभ है.

राम नवमी के करीब एक माह बाद सीता नवमी मनाई जाती है. सीता नवमी को सीता जयंती भी कहते हैं. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता जी का प्रकाट्य हुआ था, इसलिए इस तिथि को सीता नवमी या सीता जयंती मनाई जाती है. भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी को हुआ था, जिसे राम नवमी के नाम से जानते हैं. इस तिथि से एक माह बाद की तिथि पर सीता नवमी होती है. इस दिन जनक दुलारी माता सीता की पूजा करते हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि सीता नवमी कब है? सीता नवमी के उत्सव का शुभ मुहूर्त क्या है? सीता नवमी की पूजा का समय क्या है?

कब है सीता नवमी 2024?
पंचांग के अनुसार, इस बार 16 मई गुरुवार के दिन सुबह में 06 बजकर 22 मिनट पर वैशाख मा​ह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि शुरू होगी. यह तिथि 17 मई शुक्रवार के दिन सुबह 08 बजकर 48 मिनट पर खत्म हो रही है. ऐसे में इस साल सीता नवमी का पावन पर्व 16 मई गुरुवार को मनाया जाएगा.

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सीता नवमी 2024 मुहूर्त
16 मई को सीता नवमी का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 56 मिनट से प्रारंभ है, जो दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक रहेगा. उस दिन सीता नवमी के उत्सव के लिए आपको 2 घंटे 43 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा.

सीता नवमी का क्षण
इस साल सीता नवमी का क्षण दोपहर में 12 बजकर 18 मिनट पर है.

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2 शुभ योग में है सीता नवमी
इस बार की सीता नवमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं. पहला ध्रुव योग प्रात:काल से लेकर सुबह 08 बजकर 23 मिनट तक है. वहीं रवि योग शाम में 06 बजकर 14 मिनट से अगले दिन 17 मई को प्रात: 05 बजकर 29 मिनट तक है. सीता नवमी पर मघा नक्षत्र सुबह से लेकर शाम 06 बजकर 14 मिनट तक है, उसके बाद से पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है.

सीता नवमी का महत्व
सीता नवमी के दिन सुहागन महिलाएं व्रत रखकर माता सीता और प्रभु राम की पूजा करती हैं. उनकी कृपा से जीवनसाथी की उम्र बढ़ती है और दांपत्य जीवन सुखमय होता है. उनके दुख दूर होते हैं और कष्ट मिटते हैं.

Tags: Dharma Aastha, Religion, Sita

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