Reminiscence Review: पूरे ध्यान से देखनी पड़ती है ‘रेमिनिसेंस’

0
21

मुंबईः क्रिस्टोफर नोलन (Christopher Nolan) के चाहने वाले अक्सर उनकी दो फिल्मों को लेकर असमंजस में रहते हैं – एक है लियोनार्डो डी कैप्रियो (Leonardo DiCaprio) वाली इन्सेप्शन और जॉन डेविड वॉशिंगटन अभिनीत टेनेट (Tenet). दोनों ही फिल्मों का कथानक समय के लीनियर कांसेप्ट को तोड़ता नज़र आता है. इन्सेप्शन (Inception) में क्रिस्टोफर सपनों में घुस कर किसी के सपनों के कथानक को बदलने जैसा दुस्साहसी काम करते नज़र आते हैं. उन्हीं के भाई और उनकी अधिकांश फिल्मों के लिखे जाने में सहायक रहे जोनाथन नोलन और उनकी पत्नी लीसा जॉय भी समय की सीमाओं के परे की ज़िन्दगी के कथानक के साथ खेलते दिखाई पड़ते हैं. दोनों ने ही माइकल क्रिच्टन के उपन्यास वेस्टवर्ल्ड पर एक बहुत बड़ा टेलीविज़न धारावाहिक बनाया था जिसमें 2050 की दुनिया में एंड्रॉइड रोबोट को इंसानी ज़िन्दगी के साथ खिलवाड़ करते दिखाया था.

इस सीरीज में भी उन्होंने समय को नए सिरे से देखने की कोशिश की थी. टीवी चैनल एचबीओ की सबसे सफलतम सीरीज वेस्टवर्ल्ड के बाद जोनाथन और लीसा ने मिलकर रेमिनिसेंस नाम की फिल्म बनाई है जो हाल ही में अमेज़ॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज़ की गयी है. फिल्म का स्क्रीनप्ले बड़ा कॉम्प्लेक्स बनाने की कोशिश की गयी है और इसे बड़े ध्यान से देखना पड़ता है और इसके बावजूद हर सीन किसी पुरानी फिल्म की याद दिलाता हुआ नजर आता है.

अतीत तलाशने की कहानी
जलवायु परिवर्तन की समस्या भविष्य में और गहरी होती जाती है और मायामी शहर में समुद्र अपनी सीमाओं को लांघ कर शहर में घुसा चला आता है और दिन में इतनी गर्मी हो जाती है कि सब लोग रात को ही अपना काम करते हैं. ऐसे में निक बैनिस्टर (ह्यू जैकमैन) और उनकी दोस्त एमिली वॉट्स (थेंडिव न्यूटन) एक अजीब व्यवसाय चलाते हैं. उनके पास लोग अपनी कोई पुरानी याद को फिर से देखने के लिए आते हैं. उनके यहाँ एक नयी क्लाइंट मे (रेबेका फर्ग्युसन) आती है जिसकी यादों को देखते देखते निक को उस से प्यार हो जाता है और धीरे धीरे वो मे से एक रिश्ता कायम कर लेता है. एक दिन मे अचानक लापता हो जाती है. परेशान निक अपनी यादों को बार बार देख कर समझने की कोशिश करता है कि मे आखिर कहां गयी हो सकती है. इसी बीच उन्हें एक अपराधी की यादों को देखने का काम मिलता है जिसमें उसे मे नज़र आती है. निक और ज़्यादा बेचैन हो जाता है. यहां से शुरू होती है मे का अतीत तलाशने की कहानी और इस सफर में निक को हर बार एक नयी जानकारी मिलती है. क्या मे को सच में निक से प्यार था या वो किसी के इशारे पर काम कर रही थी…क्या निक की यादों को समझ कर उसके साथ कोई खिलवाड़ किया गया है, क्या मे उसे मिल पाती है…ये सब फिल्म की करीब 2 घंटे की कहानी है.

फिल्म का स्क्रीनप्ले जटिल बनाने की कोशिश की गयी है. इसमें मे की तलाश में कई सारे किरदार आते रहते हैं जो कि कन्फ्यूजन को बढ़ाने का काम करते हैं. यादों की तलाश में हर शख्स अपनी अच्छी या बुरी यादों को बार बार जीता है जिस वजह से कहानी बार बार पटरी बदलती रहती है. किरदार आते हैं और उनकी यादें आती हैं और उसमें कहानी के राज़ खुलते रहते हैं और नए राजों का पता चलता रहता है, जिस वजह से दर्शकों को ये फिल्म पूरे ध्यान से देखनी पड़ती है. कहने को इसे साइंस फिक्शन भी कह सकते हैं लेकिन कहानी दरअसल एक लड़की की तलाश की है जो पहले हीरो के प्यार में पड़ती है और फिर लापता हो जाती है क्योंकि उसका अतीत उसके भविष्य को ख़राब कर सकता है.

ह्यू जैकमैन ने अच्छे से निभाया है किरदार
ह्यू जैकमैन ने ये किरदार अच्छे से निभाया है और उनके चेहरे पर सुख और दुःख दोनों नज़र आते हैं. ह्यू ने इसके पहले कई फिल्मों में काम किया है लेकिन उन्हें सुपर हीरो वॉल्वरिन के तौर पर ही जाना जाता है इसलिए उनके लिए हर नया किरदार कई गुना चुनौती लेकर आता है. इस फिल्म में वो शक्तिशाली हीरो नहीं हैं बल्कि प्यार में धोखा खाये एक ऐसे शख्स हैं जो अपनी लापता गर्लफ्रेंड को ढूंढने के लिए आकाश पाताल एक करने को तैयार हैं. ह्यू ने किरदार को ठीक से समझा है और इसलिए अपनी इमेज को तोड़ने के लिए उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया है. मे की भूमिका में रेबेका लाजवाब रही हैं. रेबेका को हम मिशन इम्पॉसिबल में देख चुके हैं. इस रोल के लिए उन्होंने भी अपनी उस छवि को तिलांजलि दी है. उनके एक्सप्रेशन में रहस्य की छाया साफ़ देखी जा सकती है. ह्यू के मित्र के रूप में थेंडिव न्यूटन, कुछ ही सीन्स में ही अपना प्रभाव छोड़ जाती हैं. थेंडिव न्यूटन ने भी मिशन इम्पॉसिबल 2 में हीरोइन का रोल किया था और निर्देशक लिसा के साथ वो वेस्टवर्ल्ड में भी काम कर रही हैं. विलन की भूमिका में क्लिफ कर्टिस शानदार हैं. कहीं भी चीखते चिल्लाते नहीं हैं और एक पेशेवर अपराधी के तौर पर काफी काइयाँ भी नज़र आते हैं. करीब 30 साल लम्बे करियर में क्लिफ कर्टिस बतौर विलन हर बार एक खास अदाकारी की मिसाल बन कर सामने आते हैं.

इन्सेप्शन की याद आना लाज़मी है
जोनाथन और लीसा के यह फिल्म उन्हीं के लिखे और निर्देशित किये हुए पुराने कामों की याद दिलाता है. यादों को फिर से जीने की तमन्ना के सीन देखते समय इन्सेप्शन की याद आना लाज़मी है. भविष्य में दुनिया की कल्पना और अमीर-गरीब के बीच की दूरी के दृश्यों को देख कर वेस्टवर्ल्ड का स्क्रीनप्ले याद आता है. रेमिनिसेंस देखते समय और भी कई फिल्मों की याद आती है. शहर में समुद्र के पानी का घुसा चला आना वॉटर वर्ल्ड की याद दिलाता है. पानी के नीचे के फाइट सीक्वेंस देख कर कई फिल्मों की याद आती है. यदि इस फिल्म को आज की सेटिंग अर्थात 2022 में होने वाली घटना के तौर पर देखें तो फिल्म महाबोरिंग हो जायेगी लेकिन लीसा की कल्पना और भविष्य का चित्रण दोनों ही ध्यान आकर्षित करने में कामयाब हुए हैं. इसके अलावा फिल्म में पॉल कैमरॉन की सिनेमेटोग्राफी भी अच्छी है, हालाँकि कोई नए किस्म के शॉट नहीं हैं लेकिन फिल्म का रहस्य बड़े सहज तरीके से कैमरे में कैद किया है. वेस्ट वर्ल्ड के समय से ही लीसा के साथ काम कर चुके संगीतकार रामिन जावादी फिल्म की सफलता में श्रेय ले सकते हैं क्योंकि उनका म्यूजिक सच में फिल्म का सशक्त हिस्सा है.

ह्यू जैकमैन को वॉल्वरिन के किरदार से हटा कर देखें, रेबेका और थेण्डिव को मिशन इम्पॉसिबल की छाया से हट कर देखें, जोनाथन नोलन की पुरानी फिल्मों की आभा हटा कर देखें और लीसा के काम पर उन्हीं की वेब सीरीज वेस्ट वर्ल्ड के प्रभाव से मुक्त हो कर देखने तो रेमिनिसेंस एक अच्छी फिल्म है लेकिन इसे पूरे ध्यान से देखना पड़ता है, जैसे इन्सेप्शन को देखते समय 100% फोकस रखना पड़ता है, ठीक वैसा ही.

डिटेल्ड रेटिंग

कहानी :
स्क्रिनप्ल :
डायरेक्शन :
संगीत :

रामिन जावादी/5

Tags: Film review, Hollywood, Hollywood movies

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here