क्यों होता है मैदान पर ये बड़ा क्राइम ? बल्लेबाजों की असफलता ने छुपा दी ये घटना नहीं तो हो जाता बवाल

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नई दिल्ली. क्रिकेट के मैदान पर नो बॉल फेंकना एक क्राइम है और स्पिनर अगर नो बॉल करता है तो इसे सबसे बड़ा क्राइम माना जाता है. सीरीज हारने में भारतीय गेंदबाजों  द्वारा फेंकी गई नो बॉल भी एक बड़ी वजह रही. न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली 0-3 की हार में सबसे ज्यादा चर्चा बल्लेबाजों के फेल होने की हो रही है जिसकी वजह से मैदान पर हुए इतने बड़े क्राइम पर किसी का ध्यान नही गया.

मुंबई टेस्ट के पहले दिन भारतीय स्पिनर्स विकेट तो ले रहे थे पर लगातार नो बॉल फेंक रहे थे जिसे देखकर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को बहुत गुस्सा आया. वाशिंगटन सुंदर ने इस पारी में 5 नो बॉल फेंकी वहीं रवींद्र जडेजा ने 3 नो बॉल फेंकी. महज चार कदम से नो बॉल करना क्राइम है जो भारतीय गेंदबाज लगातार करते रहे . इस घटन के बाद नोबॉल एक बार फिर चर्चा में है.

मैदान पर बार-बार हुआ क्राइम

वानखेड़ेकी पिच पर घुमाव था भारतीय स्पिनर 22 गज की पट्टी से मिल रही मदद का फायदा उठाते हुए मेहमान टीम को 235 रन पर रोकने में कामयाब हो गए पर इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसको देखकर पूर्व कप्तान और इस मैच में कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर को गुस्सा आ गया. न्यूजीलैंड की पारी में 5 विकेट लेने वाले जडेजा 3 नो बॉल और 4 विकेट लेने वाले वाशिंगटन सुंदर ने 5 नो बॉल फेंका. वैसे इतिहास पर नज़र डाले तो स्पिनर के नो बॉल फेंकनें पर बड़ा बवाल होता था . इस सीरीज के दौरान 300 विकेट पूरा करने वाले जडेजा नो बॉल फेंकने में हाफ सेंचुरी लगा चुके है .

नो बॉल फेंकने में भारतीय गेंदबाज पीछे नहीं 

क्रिकेट के मैदान पर होने वाले इस क्राइम के इतिहास पर नजर डाले तो आपको हैरानी होगी कि टॉप 5 में दो भारतीय गेंदबाज है . नंबर एक पर ईशांत शर्मा है जिन्होंने 314 नो बॉल फेंकी है वहीं जहीर खान दूसरे नंबर पर है जिन्होंने 299 नो बॉल फेंकी है. सबसे ज्यादा नो बॉल फेकने में सिर्फ फिदेल एडवर्ड्स 325 और ब्रैट ली 472 हैं.

कपिल  देव का जवाब नहीं 

कपिल देव अपने जमाने के बेहतरीन ऑलराउंडर थे. उन्होंने साल 1978 में अपना डेब्यू किया, जबकि आखिरी मैच साल 1994 में खेला. इस दौरान कपिल की कप्तानी में भारत ने 1983 क्रिकेट विश्व कप अपने नाम किया. इस भारतीय दिग्गज ने अपने लंबे करियर के दौरान कभी नो बॉल नहीं फेंकी. कपिल ने 131 टेस्ट में 434 विकेट झटके, जबकि 225 वनडे में 253 खिलाड़ियों को आउट किया. गवास्कर का स्पिनर्स पर गुस्सा करना शायद इस लिए भी समझा जाै सकता है क्योंकि वो कपिल जैसे गेंदबाज के साथ खेले जिन्होंने कभी नो बॉल नहीं फेंका.

Tags: India vs new zealand, R ashwin, Ravindra jadeja, Washington Sundar

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