हिन्दू पंचांग के आठवें महीने कार्तिक माह में कई सारे महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं.इनमें बिहार का सबसे बड़ा पर्व छठ पूजा शामिल है.
Chhath Puja Samagri: हिन्दू पंचांग के आठवें महीने कार्तिक माह में कई सारे महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं. इनमें दीपावली, भाईदूज और गोवर्धन पूजा के अलावा बिहार का सबसे बड़ा पर्व छठ पूजा शामिल है. इस बार छठ पर्व की शुरुआत आज से यानी 5 नवंबर 2024 से हो चुकी है. यह पर्व बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल और उत्तर प्रदेश में भी प्रमुखता से मनाया जाता है. इसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और समापन कार्तिक सप्तमी के दिन होता है. आइए जानते हैं छठ पूजा में उपयोग में आने वाली सामग्री की लिस्ट भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय से शुरू होता है. इसके दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन छठ पूजा और चौथा दिन उषा अर्घ्य का होता है. आइए जानते हैं इस पूजा में कौन-कौन सी सामग्री को जरूरी रूप से शामिल किया जाता है.
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छठ पूजा सामग्री लिस्ट
इस पावन पर्व की पूजा के लिए गन्ना, कपूर, दीपक, अगरबत्ती, बाती, कुमकुम, चंदन, धूपबत्ती, माचिस, फूल, हरे पान के पत्ते, साबुत सुपाड़ी, शहद, हल्दी, मूली, पानी वाला नारियल, अक्षत, अदरक का हरा पौधा, बड़ा वाला मीठा नींबू, शरीफा, केला और नाशपाती, शकरकंदी, सुथनी, मिठाई, पीला सिंदूर, दीपक, घी, गुड़, गेंहू.
पूजा विधि व सामग्री
– छठ पूजा के लिए सबसे पहले आपको दो बड़े बांस की टोकरी लेना है. इन्हें पथिया और सूप भी कहा जाता है.
– इसके साथ ही डगरी, पोनिया, ढाकन, कलश, पुखार, सरवा भी रखें.
– बांस की टोकरी में ठेकुआ, मखान, अक्षत, भुसवा, सुपारी, अंकुरी, गन्ना आदि चीजों का भोग रखें, जो भगवान सूर्य को अर्पित किया जाता है.
– टोकरी में पांच प्रकार के फल रखें. इनमें शरीफा, नारियल, केला, नाशपाती और डाभ (बड़ा वाला नींबू) को शामिल करें.
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– टोकरी में पांच रंग की मिठाई भी रखें और साथ ही इसी टोकरी में सिंदूर और पिठार भी रखें.
– पहले दिन भगवान सूर्य को संध्या अर्घ्य देने के लिए बांस या पीतल की टोकरी या सूप रखें.
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FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 16:01 IST