Chhath Puja 2024: छठ पूजा में भगवान सूर्य को क्यों देते हैं अर्घ्य? जानें जल चढ़ाने का समय, मंत्र और महत्व

0
2

छठ महापर्व का शुभारंभ आज 5 नवंबर को मंगलवार दिन से हुआ है. इस साल की छठ पूजा रवि योग में शुरू हुई है. इस योग में सूर्य देव का प्रभाव अधिक होता है, जिसकी वजह से सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं. रवि योग सुबह 6 बजकर 36 मिनट से सुबह 9 बजकर 45 मिनट तक है. छठ पूजा में भगवान सूर्य देव को अ​र्घ्य देने का विधान है. इसके बिना यह व्रत और पूजा अपूर्ण है. छठ पूजा के तीसरे दिन शाम को संध्या काल अर्घ्य देत हैं, जबकि चौथे दिन सुबह में उषा काल अर्घ्य देते हैं. इस व्रत को करने वाली स्त्रियां धन, धान्य, पति, पुत्र व सुख से परिपूर्ण व संतुष्ट रहती हैं. महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान ट्रस्ट के ज्योतिषाचार्य पं. राकेश पाण्डेय से जानते हैं ​कि छठ पूजा में भगवान सूर्य को अर्घ्य क्यों देते हैं? छठ पूजा में अर्घ्य देने का समय और महत्व क्या है?

छठ पूजा में भगवान सूर्य को अर्घ्य क्यों देते हैं?
ज्योतिषाचार्य पाण्डेय के अनुसार, भगवान सूर्य को साक्षात् देव माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में भी सूर्य देव ग्रहों के राजा है. सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति निरोगी रहता है, उसे किसी भी प्रकार का रोग होने की आशंका कम से कम होती है. सूर्य देव के अशीर्वाद से व्यक्ति का घर धन और धान्य से भरा रहता है. उसके ​जीवन के संकट दूर होते हैं. सूर्य देव की पूजा करने और अर्घ्य देने से मनोकामनां पूरी होती हैं. नेत्र रोग से मुक्ति मिल सकती है.

ये भी पढ़ें: कब है तुलसी विवाह? बनेंगे 2 शुभ योग, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, शालिग्राम के साथ होगी ‘वृंदा’ की शादी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, उसे उच्च पद, यश, कीर्ति आदि की प्राप्ति होती है. पिता के साथ संबंध मधुर होते हैं और उनका पूरा सहयोग प्राप्त होता है. जिनका सूर्य कमजोर होता है, उनको सूर्य देव को अर्घ्य देने को कहा जाता है.

भगवान सूर्य को अर्घ्य देने का मंत्र
छठ पूजा में व्रती को सूर्य देव को अर्घ्य देते समय नीचे दिए गए सूर्य मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.
ओम ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते। अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।

छठ पूजा 2024 संध्याकाल अर्घ्य का समय
छठ पूजा का संध्याकाल अर्घ्य 7 नवंबर दिन गुरुवार को दिया जाएगा. उस दिन नई दिल्ली में सूर्यास्त का समय शाम 5 बजकर 32 मिनट पर है. ऐसे में संध्याकाल अर्घ्य शाम 5:32 बजे से होगा. आपके शहर में सूर्यास्त का समय अलग हो सकता है.

ये भी पढ़ें: कब है देवउठनी एकादशी? योग निद्रा से जागेंगे भगवान विष्णु, होगा चातुर्मास का समापन, जानें मुहूर्त

छठ पूजा 2024 उषाकाल अर्घ्य का समय
छठ पूजा का उषाकाल अर्घ्य 8 नवंबर दिन शुक्रवार को दिया जाएगा. देश की राजधानी नई दिल्ली में सूर्योदय सुबह 6 बजकर 38 मिनट पर होगा. ऐसे में उषाकाल अर्घ्य सुबह 6:38 बजे दिया जाएगा. इसके साथ ही व्रती छठ का प्रसाद ग्रहण करेंगे और व्रत को पूरा करेंगे.

Tags: Chhath Puja, Dharma Aastha, Religion

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here