गुस्सा आना, आर्थिक समस्याएं, जमीन-जायदाद को लेकर विवाद, दुर्घटना का खतरा, पारिवारिक समस्याएं, शत्रुओं से पराजय, कर्ज़, रक्त संबंधी बीमारियां, आंखों की परेशानी, हाई ब्लड प्रेशर, गठिया, लिवर, कण्ठ रोग,मूत्र रोग,ट्यूमर,कैंसर,पाइल्स और अल्सर किडनी संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं.
खराब मंगल के लक्षण :
1. मंगल की स्थिति खराब होने के कारण जातक को अधिक गुस्सा आता है. इसके साथ ही उसकी किसी भी अन्य व्यक्ति से जल्दी बनती नहीं है.
2. जब मंगल कुंडली में द्वादश भाव में होता है तो व्यक्ति की विवाह में कई तरह की मुश्किल आती हैं.
3. मंगल दोष के कारण संतान प्राप्ति में दिक्कत आने लगती हैं.
4. कुंडली में मंगल दोष होने से बड़े भाई से किसी न किसी कारण लड़ाई होती रहती है.
5. कुंडली में मंगल की स्थिति खराब होने से जातक को आंखों संबंधी समस्याओं के अलावा उच्च रक्तचाप, फोड़े-फुंसी, लीवर, किडनी संबंधी कई कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
6. मंगल दोष के कारण कोर्ट-कचहरी के मामलों में अधिक फंसे रहते हैं.
7. मंगल दोष होने के कारण जातक को रक्त संबंधी किसी न किसी बीमारी का सामना करना पड़ता है.
8. अगर मंगल अष्टम भाव में होता है तो वैवाहिक जीवन में खटास बनी रहती है.
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कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत करने के उपाय:
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में मंगल की स्थिति खराब है तो इसके लिए हर मंगलवार और शनिवार के दिन भगवान हनुमान जी की पूजा करना लाभकारी होगा.
2. नियमित रूप से हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करें, इससे भी काफी हद तक मंगल दोष से राहत मिलेगी.
3. मंगल दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए लाल रंग के कपड़े में थोड़ा सा सौंफ बांध लें और इसे अपने बेडरूम में किसी जगह रख दें.
4. मंगल दोष से राहत पाने के लिए दान देना फायदेमंद साबित हो सकता है. इसलिए गेहूं, लाल रंग के वस्त्र, गुड़, तांबा, घी, शक्कर, मसूर की दाल आदि का दान करना चाहिए.
5. मंगल दोष होने के कारण शादी में अड़चन आती हैं. इसे मांगलिक दोष के नाम से जानते हैं, इस समस्या से निजात पाने के लिए भगवान हनुमान की विधिवत तरीके पूजा अर्चना करें.
6. मंगल ग्रह की पीड़ा से मुक्ति के लिए 10 मंगलवार व्रत रखें, व्रत के दौरान नमक ना लें सिर्फ मीठा खाएं.