Divorce Yoga: अक्सर देखा गया है कि जन्मकुंडली बहुत अच्छे से मिलाने के बाद भी जातक का तलाक हो रहा है अथवा तलाक जैसे हालात बने हुए हैं, गुण भी मिल जाते हैं और कोई दोष भी नहीं होता पर फिर भी तलाक जैसी स्थिति बन जाती है. ऐसे तो तलाक के अनेकों कारण हो सकते हैं जैसे घर के अंदर का वास्तु दोष, बैडरूम का गलत दिशा में होना, बेड का गलत दिशा में होना या फिर कुंडली के अंदर ग्रहों की गलत दिशा में प्लेसमेंट होना. आज हम आपको जन्मकुंडली में ग्रहों की पोजीशन के बारे में बता रहे हैं जो किसी भी व्यक्ति के जीवन में तलाक जैसी परिस्थिति खड़ी कर सकते हैं.
कुंडली का सप्तम भाव विवाह का मुख्य भाव होता है. इस भाव पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव यह संकेत देता है कि दाम्पत्य सुख में किसी प्रकार की कमी रहेगी। अब यदि सप्तम भाव के पीड़ित होने के साथ हमें निम्न ज्योतिषी संकेत भी मिलें तो निश्चित रूप से कुंडली में तलाक योग बनता है :
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 09:59 IST